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Kanchan Prabha

Romance Fantasy

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Kanchan Prabha

Romance Fantasy

वो मेरे मैं उनकी

वो मेरे मैं उनकी

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वो चाँद हैं मेरे मैं चाँदनी उनकी

वो राग हैं मेरे मैं हूँ रागिनी उनकी

उनके बिना जिन्दगी मेरी अधूरी लगती है


वो जिंद हैं मेरे मैं हूँ जिन्दगी उनकी

वो खुदा हैं मेरे मैं हूँ बंदगी उनकी

आँखें रोती है जब वो पास नहीं होते


वो नैन हैं मेरे मैं हूँ नजर उनकी

वो दिल हैं मेरे मैं हूँ जिगर उनकी

गले लग के रोती रहूँ यही दिल चाहे


वो जान हैं मेरे मैं हूँ धड़कन उनकी

वो बहार हैं मेरे मैं हूँ गुलशन उनकी

और क्या क्या कहूँ इन शब्दों के सिवा


वो नीरज हैं मेरे मैं हूँ स्वीटी उनकी

वो विकास हैं मेरे मैं हूँ कंचन उनकी

बस वो मेरे हैं और मैं हूँ बस उनकी



साहित्याला गुण द्या
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