तुम तुम न रहो मैं मैं न रहूँ हम बन जाये दोनों कुछ आदम और इव से। तुम तुम न रहो मैं मैं न रहूँ हम बन जाये दोनों कुछ आदम और इव से।
रात अँधेरी घिरती आए, मुझको याद तुम्हारी आए। रात अँधेरी घिरती आए, मुझको याद तुम्हारी आए।
हम अपने कमरे में, जिन्दगी का यह सफर, इसी तरह कट रहा है। हम अपने कमरे में, जिन्दगी का यह सफर, इसी तरह कट रहा है।
वो बेसुधी का क्षण। वो आँखों में तिरता वसन्त। वो बेसुधी का क्षण। वो आँखों में तिरता वसन्त।
जहाँ प्रिय चरण गये, हमको छोड़ यहीं। जहाँ प्रिय चरण गये, हमको छोड़ यहीं।
तुम किसी से कह दोगे, सह नहीं पाऊँगी। तुम किसी से कह दोगे, सह नहीं पाऊँगी।