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Chandra prabha Kumar

Romance

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Chandra prabha Kumar

Romance

मन पर किसका बस है

मन पर किसका बस है

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मन पर किसका बस है

  कर्तव्य बोध बड़ा है,

  कहता है काम करो।

  काम करो,

   मन को बॉंधो,

   भागने न दो,

   बस में करो। 


  मन पर किसका बस है ?

   उड़ता है यह वहीं कहीं,

   जहाँ प्रिय चरण गये,

   हमको छोड़ यहीं।


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