मेरे चेहरे की तरफ
मेरे चेहरे की तरफ
मेरे चेहरे की
तरफ
तुम ऐसे क्या देख रहे
हो
मैं खुश लग रही हूं या
परेशान
क्या अंदाजा लगा पा
रहे हो
मैं अगर दुखी हूं तो
मुझे खुश करने के लिए
क्या उपाय करोगे
सब कुछ करने पर भी
मैं खुश नहीं हुई तो
क्या करोगे
तुम्हें क्या लगता है
मेरे होठों पर फैली
मुस्कान का
मतलब यह है कि
मैं खुश हूं और
मेरी आंखें नम तो
मैं परेशान
ऐसा जरूरी तो नहीं
किसी की मुस्कुराहट के
पीछे सौ दर्द छिपे होते
हैं और
किसी की आंख से झड़ रहे
आंसू उसके
हृदय की पीड़ा को कम कर
रहे होते हैं
तुम मेरे चेहरे के भाव ही
कभी ठीक से नहीं पढ़
पाते तो
मेरे मन को क्या
समझोगे
देखा जाये तो
मैं किसी को अब
कुछ समझाना ही नहीं
चाहती
समझकर भी
कौन सा
मेरे दिल का बोझ
हल्का करोगे।

