STORYMIRROR

Minal Aggarwal

Romance

4  

Minal Aggarwal

Romance

लाल फूलों से भरे असंख्य गुलिस्तानों का बसेरा कर लो

लाल फूलों से भरे असंख्य गुलिस्तानों का बसेरा कर लो

1 min
14

लाल रंग के यह 

महकते फूल 

लाल कलियां 

लाल गुलाब 

इनसे मिला मुझे 

बेहिसाब प्यार 

लाल रंग के फूल 

जब झड़ जायेंगे तो 

मुझको बहुत रुलायेंगे 

मोहब्बत थी मुझे इनसे बहुत 

दिल से 

यह कहां जानते हैं 

यह जब खिलकर मुस्कुराते थे तो 

मैं भी अनायास इनकी खुशी देख 

मुस्कुरा उठती थी 

जीने की कोई तो वजह 

खुद ही तलाशनी पड़ती है 

घर से निकलकर 

किस तरफ जाने के लिए 

कदम बढ़ाने हैं 

यह दिशा निर्धारित करनी होती है 

गुलिस्तान दूर हो तो 

मन में 

लाल फूलों से भरे 

असंख्य गुलिस्तानों का 

बसेरा कर लो 

प्यार कोई तुमसे करे 

यह इंतजार मत करो 

खुद से प्यार करो 

लाल फूलों से प्यार करो 

इस संसार की हर चीज से प्यार करो 

इसके लिए लाल फूलों के खिलने का भी 

न इंतजार करो।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance