Love u
Love u


मैं लिखती हूं
सिर्फ तुम्हारे लिए
पता है! तुम नहीं लिखते
पर जब लिखोगे
मुझे तुम्हारे उस लिखावट से प्यार है।
बेशक वो कोई शायरी नहीं होगी
न अशआर और कविता
पता है!
तेरे दिल में जो जगह है
मेरे लिए
मुझे उन जज़्बातों से प्यार है।
तुम कोरे कागज से हो
जिसमें मैं चित्र उकेरती हूं
खेलती हूं
तुम्हारे चेहरे के उमड़े भावो को रंगो में डूबा
पता है!
तुम्हारे हर भाव मेरे लिए है
उन भावो से मुझे प्यार है।
हां तुम कहते नहीं कुछ
खुद में मशगूल रहते हो
जैसे भी रहो
पता है!
मेरी लिखने की वजह हो तुम
इस लिखने से मुझे प्यार है।
हां बहुत खुशमिजाज हूं मैं
जिद्दी भी
पर हर अच्छा स्वाभाव तुम्हारी वजह से है
बेजान बुत सी मै
तूने छुआ जो रूह आ गई
तो मुझे खुद से भी प्यार है।