STORYMIRROR

JITENDRA PARMAR

Romance

4  

JITENDRA PARMAR

Romance

प्यार का यही अंजाम होना था

प्यार का यही अंजाम होना था

1 min
214

कभी रोना कभी हँसना

कभी कहीं खो जाना

सभी आशिकों का यही एक कहना था

प्यार का यही अंजाम होना था


चुप- चुप कर कभी मिलना

वो बिस्तर में बातें करना

कभी-कभी रातों की नींद भी खोना था

प्यार का यही अंजाम होना था


कभी घरवालों की मार

रिश्ते दारों की फटकार 

कभी-कभी विश्वासों में धोखा भी मिलना था 

प्यार का यही अंजाम होना था 


सनम की याद थी हर बार 

कभी दिल होता बेकरार

कभी-कभी जुदाई का दर्द भी सहना था 

प्यार का यही अंजाम होना था 


कभी काॅलेज में की छुट्टी

दोस्तों से कभी हुई कट्टी

प्रिये से मिलने का इंतजार '' जीत '' करना था

प्यार का यही अंजाम होना था।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance