तुम्हारे साथ की है चाह, हमको और कुछ ना चाहिए ! तुम्हारे साथ की है चाह, हमको और कुछ ना चाहिए !
माता पिता ने नए लोगों से मिलना सिखाया। पर लोगों की उस भीड़ को परखना आपने सिखाया। माता पिता ने नए लोगों से मिलना सिखाया। पर लोगों की उस भीड़ को परखना आपने सिख...
अंजाम-ए-सफर-ए-इश्क़ कुछ इस तरह से हुआ ! अंजाम-ए-सफर-ए-इश्क़ कुछ इस तरह से हुआ !
फिर जो कुदरत करती कोहराम करते हैं फिर मुझको बदनाम फिर जो कुदरत करती कोहराम करते हैं फिर मुझको बदनाम
खुद में होने वाले चौपालों सा जीवन के कदम ताल का। खुद में होने वाले चौपालों सा जीवन के कदम ताल का।
दिल पर गहरे निशान बनाकर, फिर बिछड़कर खो जाने तक साथ देता है दिल पर गहरे निशान बनाकर, फिर बिछड़कर खो जाने तक साथ देता है