सूखे आवरण अनार के झूम रहे , सहज ही नूतन पुष्प खिल रहे । सूखे आवरण अनार के झूम रहे , सहज ही नूतन पुष्प खिल रहे ।
श्वेत सुमनों का यह धतूरा वृक्ष आकर्षण कितना प्रबल। श्वेत सुमनों का यह धतूरा वृक्ष आकर्षण कितना प्रबल।
चॉंद पर मानव का एक नन्हा क़दम , मानवता के लिये एक लम्बी छलॉंग। चॉंद पर मानव का एक नन्हा क़दम , मानवता के लिये एक लम्बी छलॉंग।
मैं किसी की अनकही व्यथा हूँ, पास आकर भी जिसे है लौट जाना। मैं किसी की अनकही व्यथा हूँ, पास आकर भी जिसे है लौट जाना।
सुनो समझो कुछ बातें ऐसी है जो मुझे कहनी हैं। सुनो समझो कुछ बातें ऐसी है जो मुझे कहनी हैं।
मैं तुम्हारी वन्दना के गीत गा सकती नहीं। मैं तुम्हारी वन्दना के गीत गा सकती नहीं।