पाने को कुछ नहीं , ले जाने को कुछ नहीं। पाने को कुछ नहीं , ले जाने को कुछ नहीं।
मैं तुम्हारी वन्दना के गीत गा सकती नहीं। मैं तुम्हारी वन्दना के गीत गा सकती नहीं।
काश कहीं मिल जाए ऐसा एक ताबूत.... जिसमें मैं दफन कर पाऊँ दुनिया के सारे झूठ।। काश कहीं मिल जाए ऐसा एक ताबूत.... जिसमें मैं दफन कर पाऊँ दुनिया के ...
बेटी से रोशन ये आँगन बेटी से ही अपनी पहचान! बेटी से रोशन ये आँगन बेटी से ही अपनी पहचान!
कभी तो ख्वाबों से निकल कर कहो कि ये दिल हकीकत में तुम्हारे काबिल हैं. कभी तो ख्वाबों से निकल कर कहो कि ये दिल हकीकत में तुम्हारे काबिल हैं.
ये जो आँखे है तेरी, नजाकत भी है.. बग़ावत भी। ये जो आँखे है तेरी, नजाकत भी है.. बग़ावत भी।