बिना ठहरे ही मुसलसल सफर तय करना होगा। बिना ठहरे ही मुसलसल सफर तय करना होगा।
नाम भी मिल गया मिल गयी शोहरत। नाम भी मिल गया मिल गयी शोहरत।
एक घर ने फेंकी रोटियाँ क्योंकि बच्चा उनका किसी, बर्गर के लिए तरस रहा था। एक घर ने फेंकी रोटियाँ क्योंकि बच्चा उनका किसी, बर्गर के लिए तरस रहा था।
मगर सच्ची मोहब्बत कहा रूकती है। किसी के आगे कहाँ झुकती है। मगर सच्ची मोहब्बत कहा रूकती है। किसी के आगे कहाँ झुकती है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है दिल पत्थर हो जाता है। जब दर्द हद से बढ़ जाता है दिल पत्थर हो जाता है।
बहुरूपिये तिरछी टोपी धारी इन नक्कालों ने बैठ शान से शहंशाह बनकर कितने ही कंकालों पे मिलकर इसने... बहुरूपिये तिरछी टोपी धारी इन नक्कालों ने बैठ शान से शहंशाह बनकर कितने ही कंका...