जब दर्द हद से बढ़ जाता है
जब दर्द हद से बढ़ जाता है


जब दर्द हद से बढ़ जाता है
गम आंसू में ढल जाता है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है
जीना मुश्किल हो जाता है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है
दिल बगावत पर उतर आता है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है
दिल पत्थर हो जाता है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है
गम आंसू में ढल जाता है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है
जीना मुश्किल हो जाता है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है
दिल बगावत पर उतर आता है।
जब दर्द हद से बढ़ जाता है
दिल पत्थर हो जाता है।