insta :- @n.ksahu0007 रचनाकार नाम - प्रेमयाद कुमार नवीन
एक ऋषि के क्रोध श्राप से मै और मेरा बच्चा यहां बावड़ी में कछुवे और मछली की तरह रह रहे थे. एक ऋषि के क्रोध श्राप से मै और मेरा बच्चा यहां बावड़ी में कछुवे और मछली की तरह रह...
उधर विक्रांत लापरवाह होकर फोन में बात करते हुए गाड़ी चला रहे थे उधर विक्रांत लापरवाह होकर फोन में बात करते हुए गाड़ी चला रहे थे
अचानक से भाव-भक्ति कैसे जग गया मेरे स्वीट हार्ट के मन में अचानक से भाव-भक्ति कैसे जग गया मेरे स्वीट हार्ट के मन में
शेर से जैसे कहा था वह गाँव से बकरी लेकर शेर के पास जाता है। शेर से जैसे कहा था वह गाँव से बकरी लेकर शेर के पास जाता है।
अब तो मुझे घर आने का मन ही नहीं करता था, और सच मानो वो टपरी ही मेरा सेकेण्ड घर बन गया अब तो मुझे घर आने का मन ही नहीं करता था, और सच मानो वो टपरी ही मेरा सेकेण्ड घर ब...
पर कम्बख़्त ये नींद भी ना.. जिस दिन जल्दी उठना होता है उसी दिन जमकर नींद आती है। पर कम्बख़्त ये नींद भी ना.. जिस दिन जल्दी उठना होता है उसी दिन जमकर नींद आती है।
अब इधर ठंड बढ़ रही थी रात को यहां सर्दी काफी होती है । अब इधर ठंड बढ़ रही थी रात को यहां सर्दी काफी होती है ।
चला गोली मार मुझे पर आज तू भी बच के नही जा पायेगा । तेरी मौत आ रही है। चला गोली .. चला गोली मार मुझे पर आज तू भी बच के नही जा पायेगा । तेरी मौत आ रही है। चला गोली ...
अब इसमें गलती किस की है आरोही की या विमान अब इसमें गलती किस की है आरोही की या विमान
हमको इस बात का पता चल गया था हमने इस बार समर कैम्प का आयोजन घर पर ही किया है। हमको इस बात का पता चल गया था हमने इस बार समर कैम्प का आयोजन घर पर ही किया है।