Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

upma Bhatt

Drama Romance

4  

upma Bhatt

Drama Romance

तस्वीर

तस्वीर

1 min
312


रंग बिखरा किए, आँखें बहती रहीं

दिन निकलते रहे, शामें ढलती रहीं ।

मुद्दतें हो गई तू न आया मगर

तेरी तस्वीर से बात बनती रही ।


जब भी यादों तूफां ने ढाया कहर

तेरे अहसास की नाव तैयार थी ।

इश्क के गाँव में कैसी तन्हाईयां

धड़कनों के लबों पर तेरी बात थी।

बुझ गए हैं दीये ख्वाहिशों के मगर

आग उम्मीद वाली सुलगती रही ।

मुद्दतें हो गई तू न आया मगर

तेरी तस्वीर से बात बनती रही ।


दर्द की धूप में तेरी परछाइयां

रूह को हर तपिश से बचाती रही ।

बिन तेरे ऐसी कोई वजह तो न थी

फिर भी मैं हर घड़ी मुस्कुराती रही।

जादू ये इश्क का काम करता गया

दिल संभलता रहा सांस चलती रही ।

मुद्दतें हो गई तू न आया मगर

तेरी तस्वीर से बात बनती रही ।

गाना- मेरे रश्के कमर 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama