अपनी चाह को, उलझनों में बांध, मगर, हकीकत से दूर नहीं, अपनी चाह को, उलझनों में बांध, मगर, हकीकत से दूर नहीं,
ख़ार कुछ आ लिपटे मेरे आँचल से तो कुछ तेरे हाथों से, ख़ार कुछ आ लिपटे मेरे आँचल से तो कुछ तेरे हाथों से,
मन में हौसला बधांते हैं स्वप्न मे छवि दे जाते वह मेरे पापा। मन में हौसला बधांते हैं स्वप्न मे छवि दे जाते वह मेरे पापा।
सामान्य तो बता रहे पर मुझे तुम ईश्वरीय योजना लगते हो सामान्य तो बता रहे पर मुझे तुम ईश्वरीय योजना लगते हो
ख़ुशी और गम से भरे हुए मेले, ज़िन्दगी के बेहिसाब झमेले। ख़ुशी और गम से भरे हुए मेले, ज़िन्दगी के बेहिसाब झमेले।
हो - गर हिम्मत वादा निभाने की, जिंदगी जीने की वजह दिलाती है. हो - गर हिम्मत वादा निभाने की, जिंदगी जीने की वजह दिलाती है.
उम्र गुजरी थी तमाम बस अपनी शर्तों पर, न कभी वक़्त से थका न लिया दम था उम्र गुजरी थी तमाम बस अपनी शर्तों पर, न कभी वक़्त से थका न लिया दम था
मैं शुक्रगुज़ार हूँ उसका मेरी ज़िंदगी में आने के लिए। मैं शुक्रगुज़ार हूँ उसका मेरी ज़िंदगी में आने के लिए।
खुद को कभी खुदा और फरिस्ता बताते तो कई बताएं बिना अपनापन जताते। खुद को कभी खुदा और फरिस्ता बताते तो कई बताएं बिना अपनापन जताते।
रसोई करती माँ एक उचटती नज़र डाल ही लेती है आँगन में। रसोई करती माँ एक उचटती नज़र डाल ही लेती है आँगन में।
जो मिला है मुझे, क्या उसके काबिल हूँ ? जो मिला है मुझे, क्या उसके काबिल हूँ ?
कुछ उजड़े शहर देखे मैंने बंजर बागों में भी टहला थोड़ा कुछ उजड़े शहर देखे मैंने बंजर बागों में भी टहला थोड़ा
एक दूजे के लिए बन दर्पण सुख दुःख में करते रहे समर्पण एक दूजे के लिए बन दर्पण सुख दुःख में करते रहे समर्पण
रख लबों को मेरे लबों पर, इन्हें आज जल जाने दे। रख लबों को मेरे लबों पर, इन्हें आज जल जाने दे।
वाह रे तेरी मजबूरी की भी क्या बात है। तेरा हर बहाना लाजवाब है। वाह रे तेरी मजबूरी की भी क्या बात है। तेरा हर बहाना लाजवाब है।
समय किसी के लिए रुकता नहीं, धुंधले चश्मे सी है ज़िंदगी, समय किसी के लिए रुकता नहीं, धुंधले चश्मे सी है ज़िंदगी,
जाने कैसी कर रहे हैं कत्ल की तैयारी जाने कैसी कर रहे हैं कत्ल की तैयारी
कभी बचपन कभी जवानी का अल्हड़पन कभी बचपन कभी जवानी का अल्हड़पन
सुलझाना चाहो और उलज्जती जाती हैं। फिर प्यार करना गलत है कया ? सुलझाना चाहो और उलज्जती जाती हैं। फिर प्यार करना गलत है कया ?
जिंदगी कांटों से भरी हुई हैं तुम खुद पर भरोसा रखो जिंदगी कांटों से भरी हुई हैं तुम खुद पर भरोसा रखो