पर मुफलिसी में "अना " जैसी बन्दिशें थीं कई। पर मुफलिसी में "अना " जैसी बन्दिशें थीं कई।
जाने क्या होगा भारत का हँस रही है दुनियादारी। जाने क्या होगा भारत का हँस रही है दुनियादारी।
लाख लोग रोते रहें झकझोर मुझे उठाते रहें। बेपरवाह सा मैं, बस मुस्कुरा रहा था लाख लोग रोते रहें झकझोर मुझे उठाते रहें। बेपरवाह सा मैं, बस मुस्कुरा रहा थ...
बहुरूपिये तिरछी टोपी धारी इन नक्कालों ने बैठ शान से शहंशाह बनकर कितने ही कंकालों पे मिलकर इसने... बहुरूपिये तिरछी टोपी धारी इन नक्कालों ने बैठ शान से शहंशाह बनकर कितने ही कंका...
मेरे जायज़ अहसास के अस्तित्व को लेकिन मैं फिर भी लड़ूंगा नही बैठूंगा तुम्हारे सामने घुटनों पर। मेरे जायज़ अहसास के अस्तित्व को लेकिन मैं फिर भी लड़ूंगा नही बैठूंगा तुम्हार...
वो भी करने लगे ज़िद जाने की हमको आदत नहीं मनाने की। वो भी करने लगे ज़िद जाने की हमको आदत नहीं मनाने की।