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SHASHIKANT SHANDILE

Abstract

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SHASHIKANT SHANDILE

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ये कैसी तस्वीर हमारी.......

ये कैसी तस्वीर हमारी.......

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एक दूसरे पर जो भारी

नही रही अब अबला नारी

शाहीनबाग में बैठी है कुछ

रास्तों की कुछ है सवारी

 

कही हरा तो कही है भगवा

कैसी है ये मारामारी

हर कोई तो उलझा पड़ा है

जाने कैसी लगी बीमारी

 

छोटे छोटे बच्चों की भी

धरनों में है भागीदारी

कौन दिमाग है इसके पीछे

किसकी है ये साजिश सारी

 

कहीं विरोध है कहीं समर्थन

दृष्य लग रहा विनाशकारी

जाने क्या होगा भारत का

हँस रही है दुनियादारी

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