रानी लक्ष्मीबाई
रानी लक्ष्मीबाई
जो अग्नि के समान ज्वालावीर
जिसकी दृष्टि तलवार से भी अधिक तेज
हरबल के आगे जिसका बल रेज
युद्धक्षेत भी शत्रु ने छोड़ दिया जिसको देख
बह परमवीर महारानी लक्ष्मीबाई महान
अद्भुत है जिसका ज्ञान ।।
जिसने बलिदान को अभिमान बनाया
सम्मानों का इतिहास रचाया
अपने प्राणों को कर बलिदान
कर्तव्य का झंडा फहराया
बह परमवीर महारानी लक्ष्मी बाई महान
अद्भुत है जिसका ज्ञान ।।
जिसने देश के खातिर
अपनी ममता का त्याग किया
देश को ममता से ज्यादा प्रेम किया
भारत को आजाद भारत नाम दिया
वह परमवीर महारानी लक्ष्मी बाई वीर महान
अद्भुत है जिसका ज्ञान।।
जिसने केवल देश को आजादी न दिलवाई
<p>वीर महिला की पहचान बनाई
जिसके साहस के आगे निष्क्रिय तीर
अमर है महारानी लक्ष्मी वीर
वह परमवीर महारानी लक्ष्मीबाई वीर महान
अद्भुत है जिसका ज्ञान।।
जिसने दुश्मन का बंधन तोड़ दिया
अपने भय को पीछे छोड़ दिया
असंभव का रुख मोड़ दिया
आजादी से नाता जोड़ दिया
वह परमवीर महारानी लक्ष्मीबाई वीर महान
अद्भुत है जिसका ज्ञान।।
देख शत्रु को बचपन में जाती थी डर
उन शत्रु का डर से नाता जोड़ दिया
वरंग ना वीरांगना जो कहलाई
एहसास की वह परछाई
गौरव उसकी है पहचान
निर्मल उसका है सम्मान
वह परमवीर रानी लक्ष्मीबाई वीर महान
अद्भुत है जिसका ज्ञान
वीर महान वीर महान।।।।