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Manisha Wandhare

Abstract Inspirational

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Manisha Wandhare

Abstract Inspirational

मैं जीत जाऊँगी...

मैं जीत जाऊँगी...

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मैं अपने हिस्से की कामयाबी खिच लाऊँगी ,

अगर नसीब में नहीं है तो वो नसीब में बनाऊंगी ,

हार नहीं मानूंगी मैं ,

मैं जीत जाऊँगी ...

मैं जीत जाऊँगी ...


दर्द से कहूँगी ,

अभी वक्त नहीं है फिर आना 

आंसू बहना भी चाहे ,

तो उन्हें रोग दूँगी,

हर वो चीज जो मुझे 

अपने लक्ष से भटकायेगी ,

पीठ कर लूँगी उनसे ,मुसकुराऊँगी ,

हार नहीं मानूंगी मैं ,

मैं जीत जाऊँगी ...

मैं जीत जाऊँगी ...


ख्वाबों की गलियों से से गुजरकर ,

जिंदगी का रास्ता बनाऊँगी ,

लाख आये मुश्किलें राहो में ,<

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कभी ना डगमगाऊँगी ,

ठान लिया है दिल ने मेरे ,

हर चुनौती से टकराऊँगी ,

हार नहीं मानूंगी मैं ,

मैं जीत जाऊँगी ...

मैं जीत जाऊँगी ...


शायद हालात सही अब नहीं है,

अपने ही कभी बनते रुकावटें है ,

यकीन नहीं है उनको मैं ये कर पाऊँगी ,

पर हौसला मेरे लफ्जों में है ,

दिल लिखा कागजों पे है ,

हर दुआ हर मन्नत बस यही है ,

अब मैं कुछ करके दिखाऊँगी ,

 'फक्र है हमको तुमपर '

ये उनसे ही बुलवाऊँगी ,

हार नहीं मानूंगी मैं ,

मैं जीत जाऊँगी ...

मैं जीत जाऊँगी ...



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