मुरादों की एक सुरीली कविता बना देती है। मुरादों की एक सुरीली कविता बना देती है।
अभी क्या घड़ी होती है जब तुम मेरे पास खड़ी होती है। अभी क्या घड़ी होती है जब तुम मेरे पास खड़ी होती है।
सजी है महफ़िल कद्रदानों से , और चाहने वालों से, करे जो मन की बात बातसल्ली, बैठ मेरे पास सजी है महफ़िल कद्रदानों से , और चाहने वालों से, करे जो मन की बात बातसल्ली, बैठ...
दुआ हमारी बस इतनी सी है, कि माँ बिन कोई घर ना हो, और अपने बच्चों के रहते कोई माँ बेघर ना ... दुआ हमारी बस इतनी सी है, कि माँ बिन कोई घर ना हो, और अपने बच्चों के रहते ...
माँ बाप अपने संतान के लिए हर पल दुआ में उनकी ख़ुशी मांगते हैं ,मन्नत में बीएस उनकी मुस्कुराहट चाहते... माँ बाप अपने संतान के लिए हर पल दुआ में उनकी ख़ुशी मांगते हैं ,मन्नत में बीएस उ...
अरे मन से पुकारो, फिर देखो, हम तुम्हारे पास हैं, साथ हैं। अरे मन से पुकारो, फिर देखो, हम तुम्हारे पास हैं, साथ हैं।