क्योंकि माँ नुमा ये जिल्द अपने पन्नों, को कभी बिखरते हुए नहीं देख सकती है ! क्योंकि माँ नुमा ये जिल्द अपने पन्नों, को कभी बिखरते हुए नहीं ...
नारी का सबसे अनुपम रूप है माँ। नारी का सबसे अनुपम रूप है माँ।
हमारे लिए प्यार ही प्यार हो, जिसके लिए खुद भगवान ने भी अवतार लिया हो। हमारे लिए प्यार ही प्यार हो, जिसके लिए खुद भगवान ने भी अवतार लिया हो।
अपने बुने स्वेटरों की सुंगंध में निहाल हो खेलती है नए ऊन के रंगों के संग नए सिरे से अपने बुने स्वेटरों की सुंगंध में निहाल हो खेलती है नए ऊन के रंगों के संग...
अपने लिए उसे कभी जीते नहीं देखा, बच्चों का हित ही जिंदगी भर उसने बस देखा, बच्चों के दुख में नै... अपने लिए उसे कभी जीते नहीं देखा, बच्चों का हित ही जिंदगी भर उसने बस देखा, ...
सालों की तुम्हारी सीढ़ियां और रिश्तों की तुम्हारी मंज़िल कुछ से रही मैं अनजान और कुछ में थी म... सालों की तुम्हारी सीढ़ियां और रिश्तों की तुम्हारी मंज़िल कुछ से रही मैं अनजान...