छलक उठी है आँखें माँ-बाबा की ! छलक उठी है आँखें माँ-बाबा की !
मौका था पर ख़ुश होने की फुर्सत नहीं थी ख़ुशी तो अब अगली मंज़िल में थी। मौका था पर ख़ुश होने की फुर्सत नहीं थी ख़ुशी तो अब अगली मंज़िल में थी।
बस इन्हीं उलझनों में जी रहा हूँ ... बस यही अब प्रश्न पूछ रहा हूँ कि करे तो क्या करे हम। बस इन्हीं उलझनों में जी रहा हूँ ... बस यही अब प्रश्न पूछ रहा हूँ कि करे त...
तेरी खुशी में मेरी खुशी सनम, तेरे साथ से नई साँसें मिल गई। तेरी खुशी में मेरी खुशी सनम, तेरे साथ से नई साँसें मिल गई।
बस इतना तो कहने दो अपने दिलों में मुझे बसने दो मैं जीता हूँ मुझे जीने दो। बस इतना तो कहने दो अपने दिलों में मुझे बसने दो मैं जीता हूँ मुझे जीने दो।
मंज़िल बेज़ुबान है अभी रास्ते गुमनाम ही सही दिल में एक टीस जरूर है कहीं पर मिल के तुमसे रोयेंगे नही... मंज़िल बेज़ुबान है अभी रास्ते गुमनाम ही सही दिल में एक टीस जरूर है कहीं पर मिल ...