देख भ्रष्टाचार, आतंकवाद में, जकड़े भारत को । सोये नौजवानों को जगाने, शोला सी भड़की हूँ ।। देख भ्रष्टाचार, आतंकवाद में, जकड़े भारत को । सोये नौजवानों को जगाने, शोला सी भड़क...
कहते हैं यह है हमारा फ़र्ज, जाने कितना है हम पर उनका कर्ज.. मेरी अगली कुछ पंक्तियाँ पुलवामा के ऊपर ... कहते हैं यह है हमारा फ़र्ज, जाने कितना है हम पर उनका कर्ज.. मेरी अगली कुछ पंक्त...
देखें खुदा किस दिन मुझे मालामाल करता है। देखें खुदा किस दिन मुझे मालामाल करता है।
ज़रा निगाह उठा के परिंदों को तो देखो इनकी परवाज़ को कहाँ कोई बाधा है ज़रा निगाह उठा के परिंदों को तो देखो इनकी परवाज़ को कहाँ कोई बाधा है
प्रकृति के पंचभूतों से सब जन हैं जने मानवता के स्वच्छ भाव से मन हैं बने एक ही है जब प्रकृति के पंचभूतों से सब जन हैं जने मानवता के स्वच्छ भाव से मन हैं बने एक...
सीमा से आ गया बुलावा, झटपट ही वे हुए रवाना- कभी नहीं मंज़ूर उन्हें था, सीमा से आ गया बुलावा, झटपट ही वे हुए रवाना- कभी नहीं मंज़ूर उन्हें था,