ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ। ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ।
समेटकर दिल यादों में उसके एक ख़त लिख दूँ मैं नाम उसके. समेटकर दिल यादों में उसके एक ख़त लिख दूँ मैं नाम उसके.
जात-पात रंग भेद को मिटाकर प्रेम की भाषा सबको बतलाई।। जात-पात रंग भेद को मिटाकर प्रेम की भाषा सबको बतलाई।।
स्वच्छ होगी जब बच्चों आपकी भाषा चारों ओर दिखेगी तुमको आशा ही आशा। अच्छी अच्छी जब स्वच्छ होगी जब बच्चों आपकी भाषा चारों ओर दिखेगी तुमको आशा ही आशा। अ...
ज़रा निगाह उठा के परिंदों को तो देखो इनकी परवाज़ को कहाँ कोई बाधा है ज़रा निगाह उठा के परिंदों को तो देखो इनकी परवाज़ को कहाँ कोई बाधा है
हमने अपने बचपन से इसे ही कहना है सीखा इसके बिन जो सोचा तो लगा चारों तरफ फीका यह संसार हमने अपने बचपन से इसे ही कहना है सीखा इसके बिन जो सोचा तो लगा चारों तरफ फीका ...