चांद चांद
है वो आदमी बेपरवाह थोड़ा पर ज़हरीला नाग नहीं हैं। है वो आदमी बेपरवाह थोड़ा पर ज़हरीला नाग नहीं हैं।
मैंने जीवन का स्वाद चख लिया हैऔर हाथ बढ़ा चुकी हूँउस चाँद कोअपनी कोख में बोने के लिए मैंने जीवन का स्वाद चख लिया हैऔर हाथ बढ़ा चुकी हूँउस चाँद कोअपनी कोख में बोने के ...
देखो कितना शांत हूं मैं और कितना शांत है ये शमशान। देखो कितना शांत हूं मैं और कितना शांत है ये शमशान।
शीर-खुरमा हो या गुलाब-जामुन, दोनों व्यंजन कमाल है, मैं इंसान, तू इंसान, दोनों में लहू ल शीर-खुरमा हो या गुलाब-जामुन, दोनों व्यंजन कमाल है, मैं इंसान, तू इंसान, दोनों...
चलती हूं मैं चांद हूं सिर्फ रात में ही जगमगाती हूं। चलती हूं मैं चांद हूं सिर्फ रात में ही जगमगाती हूं।