मैं सुषमा तिवारी मुंबई से हूं । दिल के भाव लेखनी से कागज पर उतारने की चाहत है बस। Kalyan Maharashtra
Share with friendsMeera found his behavior a bit strange
Submitted on 14 Sep, 2020 at 12:05 PM
जहाँ देखो कन्याओं पर अत्याचार के कांड सुनाई देते हैं
Submitted on 09 Nov, 2020 at 06:13 AM
दुनिया देवी की जिसमें जान बसती थी वो था उनका प्यारा मुर्गा ।
Submitted on 30 Oct, 2020 at 16:46 PM
रवि वो गुड़िया उस दिन अस्पताल से कोई दे गया था, शायद उस में ही कोई गड़बड़ हो
Submitted on 14 Sep, 2020 at 12:21 PM
नाराज माता-पिता को छोड़कर अनिमेष अपने कर्म क्षेत्र की ओर बढ़ चला था।
Submitted on 15 Aug, 2020 at 06:52 AM
मैंने यह नौकरी इसलिए नहीं की थी ताकि मैं कोई सरकारी नौकरी लेकर आराम से जिंदगी गुजार सकू
Submitted on 13 Aug, 2020 at 09:02 AM
चौदह साल के धुम्रपान के गूगल विश्लेषण से निष्कर्ष निकला की शायद उसे फेफड़ों का कैंसर है
Submitted on 31 May, 2020 at 07:19 AM
ये इंटरनेशनल डील क्रैक करने के लिए मेरे महीने भर की लगी मेहनत बेकार जाएगी.
Submitted on 25 May, 2020 at 09:18 AM
मिली हुई शक्ति को जिम्मेदारी से इस्तेमाल करे और कराए।
Submitted on 22 May, 2020 at 06:33 AM
दिमाग में चल रहे सवालों के उतार चढ़ाव को विराम दे चुकी थी।
Submitted on 20 May, 2020 at 12:39 PM
बच्चों को आज से ही फालतू खर्च के बजाय बचत सिखाना चाहिये
Submitted on 18 May, 2020 at 14:38 PM
फिर फैलाओगी अपनी विशाल शाखाएँ और तय करोगी अपने दायरे।"
Submitted on 15 May, 2020 at 03:31 AM
सच ही तो है परिवार के भरण-पोषण के लिए कुछ भी करना पड़ता है
Submitted on 14 May, 2020 at 14:33 PM
रखा पर खुशी जैसे और कई बच्चियां इन्तेजार कर रही है अपनी यशोदा माँ का।
Submitted on 13 May, 2020 at 06:08 AM
छोटू के मुँह से सिर्फ इतना ही निकला "आप सही कहते हैं बाबुजी"।
Submitted on 11 May, 2020 at 16:52 PM
ग्लास का पानी पूरा गटक कर स्वाद की चाहत को भुलाने की कोशिश की।
Submitted on 09 May, 2020 at 15:47 PM
जी हां! किताबी ज्ञान के अलावा मेरा बेटा कुछ बात नहीं करता
Submitted on 07 May, 2020 at 18:58 PM
शायद आज हम गाड़ी बिना रह जाए पर कल साँस बिना ना रह पाएंगे।
Submitted on 06 May, 2020 at 06:06 AM
श्वेता अपने दिमाग में चल रहे और सामने वाले के सवालों के उतार चढ़ाव को विराम दे चुकी थी।
Submitted on 04 May, 2020 at 17:07 PM
परिकथा तो हमारे विश्वास की कहानियां है
Submitted on 03 May, 2020 at 08:32 AM
मैं जा रही हूं अर्जुन, शायद तुम्हें मेरे प्यार की कीमत नहीं, मेरा त्याग तुम्हें एहसान
Submitted on 02 May, 2020 at 14:01 PM
जिंदगी का कारवाँ चल पड़ा था मंजिल अब दूसरों की जिंदगी में नई उम्मीद भरना।
Submitted on 30 Apr, 2020 at 18:11 PM
मुझे माफ़ करना पर इस खुश मिजाज मौसम के साथ हमेशा मुझे तुम याद आते हो।
Submitted on 30 Apr, 2020 at 13:32 PM
तुम पहले शांत हो जाओ.. और यही तो नियति है.. जीवन चक्र और प्रकृति का नियम है ना दोस्त.
Submitted on 23 Apr, 2020 at 16:04 PM
मंजू अविरल बहते आंसुओं के साथ अंधेरा छंट नई सुबह होते देख रही थी।
Submitted on 21 Apr, 2020 at 16:08 PM
अपनी बेटी ने उसे दोष मुक्त घोषित कर दिया था और कुछ नहीं चाहिए।
Submitted on 21 Apr, 2020 at 05:51 AM
यार.. शाम को तुम्हारा गुनहगार हर सजा के लिए हाजिर रहेगा...
Submitted on 21 Apr, 2020 at 05:25 AM
अपनी दुनिया को बचा लिया या शायद बस अभी के लिए तो रोक ही लिया।
Submitted on 14 Apr, 2020 at 13:21 PM
लड़की और लड़के में और उनके परिवारों में भी, शादी के खर्च भी आधा आधा बांटना चाहिए।
Submitted on 12 Mar, 2020 at 06:48 AM
कुछ बातें बाहर वाले कभी नहीं समझेंगे.. आखिर दूसरे के घर की लड़की है वो
Submitted on 12 Mar, 2020 at 06:44 AM
सलोनी ने मन बना लिया था, अब दर्द सहन नहीं होता था
Submitted on 12 Mar, 2020 at 06:41 AM
" जवाब देने लायक बचे क्या?.. कहीं मुँह ना दिखा सकते हैं अब, घर छोड़ी लड़की बदनाम गलियों
Submitted on 28 Feb, 2020 at 19:39 PM
"याद कर सारा की आँखों के कोनों से उसके टूटे सपने पिघल कर कुछ गर्म बूँदों के रूप में उतर
Submitted on 25 Feb, 2020 at 15:15 PM
रानी को नरेंद्र कभी किसी बात की कमी महसूस नहीं होने देता
Submitted on 03 Feb, 2020 at 17:35 PM
तुम्हारी ओर से मुझे भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं ! तुम्हारे लिए एकतरफ़ा प्रेम लिए।
Submitted on 25 Jan, 2020 at 05:45 AM
कॉफी की कुछ चुस्कियां जो जिंदगी से कुछ पल चुरा वो साथ पीते हैं उन्हें जाने कितनी हिम्मत
Submitted on 25 Jan, 2020 at 05:41 AM
समझता क्या था वो अपने आप को? ना उसकी सैलरी मेरे बराबर ना उसका ओहदा। हमेशा से मेरी ही मेहनत और कमाई से घर चला। अब अच्छा स...
Submitted on 12 Jan, 2020 at 18:21 PM
“दादी भगवान ने बेटे बहू को छीन लिया फिर भी तुम्हारी श्रद्धा नही जाती क्या?” दादी ने कहा कि, “बेटे श्रद्धा नही जानी चाहिए...
Submitted on 07 Jan, 2020 at 19:39 PM
"ऐसा देश है मेरा ओ ऐसा देश है मेरा" (या कोई देशभक्ति गीत की धुन)।
Submitted on 04 Jan, 2020 at 15:34 PM
किसान हल उठा कर अपनी मां यानी अपने खेत को प्रणाम कर चल दिया अपने हल लेकर, कुछ काग़ज़ी क
Submitted on 01 Jan, 2020 at 14:46 PM
मेरे दिमाग में आया क्यूँ ना जब तक ये व्यस्त हैं मैं जा कर अपना काम पंद्रह मिनट में निपटा लूँ
Submitted on 10 Dec, 2019 at 11:13 AM
बाबुजी तो कल रात चल बसे भईया.. हम उनके इकलौते बेटे हैं.. हमारे हाथों मुखाग्नि मिल जाए बस यही सोच जहाज पकड़े हैं। एक दीदी...
Submitted on 29 Nov, 2019 at 19:34 PM
असलियत जानने की कोशिश नहीं करते। हमेशा जो दिखता है वो होता नहीं।
Submitted on 29 Nov, 2019 at 19:29 PM
"जी! मैं शादी के बाद भी अपना बुटीक का काम जारी रखना चाहती हूं।" रितिका ने अपने भावी सास
Submitted on 28 Nov, 2019 at 17:43 PM
वसुधैव कुटुम्बकम यानी दुनिया एक परिवार है बस वेशभूषा अलग है।
Submitted on 19 Nov, 2019 at 05:17 AM
राधिका की आंखों में दबे हुए सपनों ने फिर उड़ान भरी और उसकी खुशियों की शुरुआत हुई।
Submitted on 14 Nov, 2019 at 13:20 PM
मेरी जिन्दगी में अब बहार है मेरे स्वाभिमान की, आत्मसम्मान की और खुशियों की।
Submitted on 11 Nov, 2019 at 02:46 AM
उसके दिमाग से वो बच्चा जो सिर्फ झांकता था, बाहर आने को बेचैन था।
Submitted on 09 Nov, 2019 at 14:25 PM
हटाओ अभियान में जनता से सहयोग कैसे लेना है इसका भी प्रारूप तैयार किया गया।
Submitted on 07 Nov, 2019 at 06:42 AM
बीते समय की उदासी की महक आने वाले समय की खुश्बू के आगे फीकी पड़ चुकी है।
Submitted on 06 Nov, 2019 at 02:03 AM
वेद को सुदामा जैसा मित्र जो इस मतलबी दुनिया में उसके दिए गए सहायता को दिल में बसाये घूम
Submitted on 05 Nov, 2019 at 06:35 AM
आप भी ईश्वर से प्रार्थना करें कि मैं खुद का वज़ूद बना पाऊँ।
Submitted on 04 Nov, 2019 at 13:58 PM
जिसका इंतज़ार है वो तो आ नहीं रही, इस वादों की पत्रिका का अचार डालूँ?
Submitted on 22 Oct, 2019 at 07:50 AM
अच्छा, हो सकता है है तुम्हारे एक मत के अभाव में लड्डू हार जाए
Submitted on 22 Oct, 2019 at 07:48 AM
उसका घर भी आधा पानी में डूब चुका है, कब तक छत पर शरण लिए रहेंगे।
Submitted on 16 Jul, 2019 at 07:05 AM