बस यूँ ही ... बस यूँ ही ...
प्यार का मासूम सवाल... प्यार का मासूम सवाल...
बरसे गगन से बारिश की झड़ी पर कुँवारे दो तन में कुछ आग सी लगी है। बरसे गगन से बारिश की झड़ी पर कुँवारे दो तन में कुछ आग सी लगी है।
तेरी खुशबू गर मेरा वज़ूद हो जाए ; तो लम्हा ये तकमील-ए-हाल हो जाए ! तेरी खुशबू गर मेरा वज़ूद हो जाए ; तो लम्हा ये तकमील-ए-हाल हो जाए !
चंद कदमों पर चल कर देखा खिड़की के भीतर ग़म क्यों है मन के बादल समझे ही नहीं मुझे मिलने की क... चंद कदमों पर चल कर देखा खिड़की के भीतर ग़म क्यों है मन के बादल समझे ही नही...
मैंने जीवन का स्वाद चख लिया हैऔर हाथ बढ़ा चुकी हूँउस चाँद कोअपनी कोख में बोने के लिए मैंने जीवन का स्वाद चख लिया हैऔर हाथ बढ़ा चुकी हूँउस चाँद कोअपनी कोख में बोने के ...