दिल पर गहरे निशान बनाकर, फिर बिछड़कर खो जाने तक साथ देता है दिल पर गहरे निशान बनाकर, फिर बिछड़कर खो जाने तक साथ देता है
कैसे न चाहे अब हम टूटकर ऐसे उनको, जो खुद खुश हो या नहीं, हमे खुश देखना चाहते है। कैसे न चाहे अब हम टूटकर ऐसे उनको, जो खुद खुश हो या नहीं, हमे खुश देखना चाहते ...
वो भी तो हिस्सा है उसी तिरंगे का। वो भी तो हिस्सा है उसी तिरंगे का।
ये भूलों का शहर हैं यहाँ हर बात भुलाई जाती हैं। हो कोई भी 'निर्भया' यहाँ बस मोमबत्ती बुझने... ये भूलों का शहर हैं यहाँ हर बात भुलाई जाती हैं। हो कोई भी 'निर्भया' यहाँ ...
मानो जीवन की सारी तपस्या, फल कुछ भी हमें नहीं मिला। मानो जीवन की सारी तपस्या, फल कुछ भी हमें नहीं मिला।
मेरे सिवा कौन रहेगा, यूँ खिलौना बनके… मेरे सिवा कौन रहेगा, यूँ खिलौना बनके…