पल-पल दिल के पास
पल-पल दिल के पास
मेरे अंधेरे जीवन में तेरी मोहब्बत की रौशनी जो पड़ी,
एक अधूरी तस्वीर थी ख़्वाब में वो आज पूरी हो गई,
सुनो मेरी धड़कन करीब से एक ही आवाज़ आती है,
तू शामिल है जिंदगी में हमेशा दिल के क़रीब रहती है,
पल-पल मेरे इस दिल को जो हो रहा है तेरा एहसास,
इसलिए तो दूर रहकर भी तू हरपल रहती है मेरे पास,
तेरी चाहत की खुशबू धड़कन में इस कदर बस गई है,
तेरे बिना अधूरी है यह दुनिया अधूरा मेरा हर ख़्वाब है,
कब खत्म होंगी ये दूरियां जाने कब तेरा दीदार होगा,
पर कितने भी दूर रहें कभी कम न हमारा प्यार होगा,
हर लम्हा बस तुझे ही पुकारता हूँ दिल की गहराई से,
अक्सर तेरी ही बातें करता हूँ मैं अपनी ही परछाई से,
तू हर जगह मौजूद है मेरे ख्यालों में मेरे एहसासों में,
मेरे पास नहीं है तू पर तुम्हें रोज़ देखता हूँ ख्वाबों में,
पल-पल याद करता तुम्हें हर पल है एहसास तुम्हारा,
बस तेरी यादें ही तो है इस तन्हाई में जीने का सहारा।

