PARAMITA BASAK
Romance
कहना था तुम्हे बहत कुछ
पर कहे नहीं पाए
सामने थी तुम,
पर दिल की बातें
जुबाँ पे न आये।
सोचा था कभी तो
कह पाऊँ तुमसे
धड़कनें जो कहती है,
पर बेजुबान दिल यह मेरा
सिर्फ धड़कता रहा।
याद में तेरी
मैंने देखा तु...
बेवफा सनम
प्यार क्या है
प्यार
ज़िन्दगी क्या ...
कहना था
कोरोना काल
तूमसे जुड़ी मे...
खूबसूरत लमहे
मिलने से कतराते हो नैन मिलाने से शरमाते हो। मिलने से कतराते हो नैन मिलाने से शरमाते हो।
तू चलना मेरी श्वासों में मैं तेरी ही तो इक परछाई हूं। तू चलना मेरी श्वासों में मैं तेरी ही तो इक परछाई हूं।
तेरी जुदाई तो मुझसे सहन नहीं होगी, मेरे हिस्से का ग़म मुझे सहने दे मनमीत तेरी जुदाई तो मुझसे सहन नहीं होगी, मेरे हिस्से का ग़म मुझे सहने दे मनमीत
हो बस मीत वही बस मीत वही। हो बस मीत वही बस मीत वही।
आज कुछ वक़्त के साथ मैं अपनों से अनजान हो गया प्रिय। आज कुछ वक़्त के साथ मैं अपनों से अनजान हो गया प्रिय।
नज़रें जब इशारे करती हैं तो बढ़ जाती हैं धड़कने नज़रें जब इशारे करती हैं तो बढ़ जाती हैं धड़कने
पी' का व्हाट्सअप आ गया, हरषे जिया उल्लास! उनको लागै दूर हैं, मोको लागै पास पी' का व्हाट्सअप आ गया, हरषे जिया उल्लास! उनको लागै दूर हैं, मोको लागै पास
रास्ता देख रहे हैं अधीर नयन अब आ भी जाओ ना। रास्ता देख रहे हैं अधीर नयन अब आ भी जाओ ना।
हां ! उसका आना अब, सचमुच अच्छा नहीं लगता है। हां ! उसका आना अब, सचमुच अच्छा नहीं लगता है।
मेरी ओर देखती निग़ाहों में इज्ज़त की रवानगी वही। मेरी ओर देखती निग़ाहों में इज्ज़त की रवानगी वही।
निस्वार्थ, निश्छल, शाश्वत, अविरल अपरिभाषित भाषा है यही प्रेम परिभाषा है। निस्वार्थ, निश्छल, शाश्वत, अविरल अपरिभाषित भाषा है यही प्रेम परिभाषा है।
तो समझो जीवन व्यर्थ है तुम प्रभु प्रेम से चुके। तो समझो जीवन व्यर्थ है तुम प्रभु प्रेम से चुके।
तुम आना, क्यूँकि तुम आना चाहते हो। तुम आना, क्यूँकि तुम आना चाहते हो।
अब रूह में बसता है तेरा इश्क महक बनकर, जमाना खुश है मुझे महरूम देखकर। अब रूह में बसता है तेरा इश्क महक बनकर, जमाना खुश है मुझे महरूम देखकर।
हमें तुमसे हो गया है प्यार यह तुमको कैसे बताएं कुछ समझ आता नहीं है। हमें तुमसे हो गया है प्यार यह तुमको कैसे बताएं कुछ समझ आता नहीं है।
और अपनी मोहब्बत को, अमर कर जाओगे। और अपनी मोहब्बत को, अमर कर जाओगे।
मैंने कहा यह तो होगा अन्याय बड़ा मैंने कहा यह तो होगा अन्याय बड़ा
झूठा प्यार तुम्हें बताएं भी तो कैसे। झूठा प्यार तुम्हें बताएं भी तो कैसे।
अपनी खामोशी में भी सब कुछ कह ज़ाती है ये नज़र। अपनी खामोशी में भी सब कुछ कह ज़ाती है ये नज़र।
नम हो जाती है आँखें कभी जब याद वो आया करते हैं। नम हो जाती है आँखें कभी जब याद वो आया करते हैं।