बेवफा सनम
बेवफा सनम
न जाने क्यों
कभी कभी लगता है,
काश तुम जिंदगी मैं न आती
तो दुनिया मेरी ऐसे न बदल पाती।
हक दिया था मैंने ही
जो तोड़ के तू जा पायी,
फिर भी क्यों तेरी ही याद मैं
आंखें मेरी भर आयी।
न जाने क्यों
कभी कभी लगता है,
काश तुम जिंदगी मैं न आती
तो दुनिया मेरी ऐसे न बदल पाती।
हक दिया था मैंने ही
जो तोड़ के तू जा पायी,
फिर भी क्यों तेरी ही याद मैं
आंखें मेरी भर आयी।