वो करती हैं मुझसे भी...
वो करती हैं मुझसे भी...
वो करती हैं मुझसे भी लेकिन,
करती कभी इकरार नहीं..
आंखों में छिपे अल्फाजों को,
जुबां पर लाने को तैयार नहीं...
चाहती हैं मुझे भी वो,
पर कहती है कि प्यार नही..
हो जाती हैं परेशान वो भी,
होता जब मेरा दीदार नहीं...
इंतजार करती हैं मेरा पर,
करती कभी इकरार नहीं...
वो करती हैं मुझसे भी लेकिन,
करती कभी इकरार नहीं..

