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Suraj Kumar Sahu

Romance

3  

Suraj Kumar Sahu

Romance

नहीं तुम

नहीं तुम

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ढूँढ लेना मेरा सा कहीं तुम, 

मैं भी हूंगा हमेशा यही तुम,


अब न करना ये आस हमसे, 

जो देखा सुना मिले वही तुम, 


बेहतर अब न हो हमारा कोई,

जिस तरह कल तक रही तुम, 


लाख कोशिश किये हम मगर, 

क्यों न चल सके राह सही तुम,


हो जाए नील का घर खाली, 

पर रहने के काबिल नहीं तुम।।


 


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