नहीं तुम
नहीं तुम
ढूँढ लेना मेरा सा कहीं तुम,
मैं भी हूंगा हमेशा यही तुम,
अब न करना ये आस हमसे,
जो देखा सुना मिले वही तुम,
बेहतर अब न हो हमारा कोई,
जिस तरह कल तक रही तुम,
लाख कोशिश किये हम मगर,
क्यों न चल सके राह सही तुम,
हो जाए नील का घर खाली,
पर रहने के काबिल नहीं तुम।।