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Mrs. Mangla Borkar

Romance

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Mrs. Mangla Borkar

Romance

वजह तुम थे

वजह तुम थे

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लम्हे वो प्यार के जो जीए थे, वजह तुम थे

ख्वाब वो जन्नत के जो सजाये थे, वजह तुम थे

दिल का करार तुम थे,

रूह की पुकार तुम थे

मेरे जीने की वजह तुम थे

लबों पे हँसी थी जो, वजह तुम थे

आँखों में नमी थी जो, वजह तुम थे

रातों की नींद तुम थे, दिन का चैन तुम थे

मांगी थी जो रब से वो दुआ तुम थे

मेरी दीवानगी तुम थे, मेरी आवारगी तुम थे

बनाया मुझे शायर, वो शायरी तुम थे

तुम थे तो हम थे, मेरी जिंदगी तुम थे



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