हां मैं आज भी उस एक शख़्स पर मरता हूं
हां मैं आज भी उस एक शख़्स पर मरता हूं
दिमाग से काम लेना छोड़ दिया है मैंने
अब हर दफा इस दिल की सुनता हूं
हां मैं आज भी उस एक शख़्स पर मरता हूं।
यूं तो उनसे नज़रें मिलाना भी गंवारा नहीं
लेकिन हर रोज उनकी एक झलक पाने को तरसता हूं
हां मैं आज भी उस एक शख़्स पर मरता हूं।
ऐसा नहीं कि कभी कुछ कहना न चाहा हमने
मगर एहसासों को अल्फाज़ों में बयां करने से डरता हूं
हां मैं आज भी उस एक शख्स पर मरता हूं।

