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Manisha Wandhare

Abstract Romance

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Manisha Wandhare

Abstract Romance

मैं पतंग तू मांजा

मैं पतंग तू मांजा

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ख्वाईशोने उडान ली है,

दिल मचल उठा उमंगे नई है,

जबसे खो गया है दिल,

युँही आसमान में उडते,

ख्वाँबोके परिंदे मचलते,

कुछ चहचहाते,


बंधे हो ऐकदूसरेसे जैसे,

मै पतंग तेरी तु मांजा है ...

तु खिचे मै लहराऊँ,

प्यार में तेरी खिल खिल जाऊँ,

रंगरंगोसे ये पंतगे उडी,

तेरी दूरिया भी दिल से जुडी,

वही धागा खिचे तु,


पास बुलाए नटखट सजना,

फिर ढील दे जाए,

अब तेरी छतपेही उतरना है,

संग तेरे जुडके रहना है,

बंधे हो ऐकदूसरेसे जैसे,

मै पतंग तेरी तुूमांजा है....


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