ज़रूरी तो नहीं
ज़रूरी तो नहीं
1 min
368
ज़रूरी तो नहीं
हर वक़्त कोई साथ दे
चाहिए भी नहीं..
भरोसा मुझे ख़ुद पर
अपने नियत लक्ष्य तक
पहुँचने का....
ज़रूरी तो नहीं कि -
किसी को प्रीत हो
मेरे लक्ष्य से..
ख़ुद से प्यार होगा
तभी तो पाऊँगी अपनी मंज़िल !
पंख नहीं मेरे...
पर रखती हूँ ,
हौसला उड़ान भरने का...
दृष्टि मेरी अर्जुन की..
केंद्रित सदा चिड़िया की आँख पर..
साध लूँगी अपना निशाना,
लाँघ लूँगी दुर्गम पहाड़,
तैर लूँगी उफनती नदियां..
मैं सपनों की चितेरी !
भर लूँगी रंग ,
अपनी ज़िन्दगी के
कैनवास पर..
अपनी पसंद के !
एक दिन ज़रूर...
ज़रूरी नहीं कि -
हर बार कोई कंधा हो मेरे पास !