न्यू नार्मल
न्यू नार्मल
सबके मन में एक ही कौतूहल,
कैसा होगा न्यू नॉर्मल ।
बाजार तो खुलेगा फिर से, रौनक ना पहले सी होगी,
डरा हुआ हर शख्स होगा, सधा हुआ हर कदम होगा, कैसा होगा न्यू नॉर्मल ।
स्कूल भी खुलेंगे फिर से, क्लासेस न पहले सी होगी,
एक बेंच एक विद्यार्थी होगा,अध्यापक भी दूर ही होगा,
बदल जाएगी पढ़ाने की रीति,
नई होगी शिक्षा पद्धति, कैसा होगा न्यू नॉर्मल ।
नकली शादियों का लद गया जमाना,
एकदम खास ही बाराती होंगे,
संख्या होगी बस सौ पचास,
सीधी साधी रस्में होंगी, नहीं दिखावा नहीं नौटंकी, कैसा होगा न्यू नॉर्मल ।
रेलगाड़ियां दौड़ेगी पटरी पर,
यात्रा ना पहले सी होगी, सावधानियां रखनी होंगी, जिम्मेदार नागरिक बनकर,
जागरूकता रखनी होगी, कैसा होगा न्यू नॉर्मल ।
अपनों से मिलना भी होगा,
नमस्ते नमस्कार ही करना होगा,
फिर से वही जमाना होगा, दादी नानी ने जो देखा होगा,
कैसा होगा न्यू नॉर्मल ।