तुम्हारी बातें
तुम्हारी बातें
कानों में रस घोलती तुम्हारी बातें
दिल को दिल से जोड़ती तुम्हारी बातें
मेरी तन्हाई को तोड़ती तुम्हारी बातें
मद के प्याले सी नशीली तुम्हारी बातें
उलझनों को सुलझाती तुम्हारी बातें
जीने का उल्लास है तुम्हारी बातें
ग़मों को भुलाती है तुम्हारी बातें
चूड़ियों सी खनकती है तुम्हारी बातें
गजरे सी महकती है तुम्हारी बातें
मेरा रोम रोम पुलकित कर जाती तुम्हारी बातें
मेरा घर आँगन महकाती तुम्हारी बातें
जीवन में उल्लास भर जाती तुम्हारी बातें
जब तुम नहीं होती हो तो बहुत याद आती हैं
तुम्हारी बातें
मेरे तन मन में बस सी गईं हैं तुम्हारी बातें
सच में एक मीठा सा अहसास है तुम्हारी बातें