आज़ादी एक जज़्बा नहीं जज़्बात है। आज़ादी एक जज़्बा नहीं जज़्बात है।
जिस नाम से उसे पुकारता अपने जज़्बात सुनाता कुछ तो कहता दूर जाने न देता जिस नाम से उसे पुकारता अपने जज़्बात सुनाता कुछ तो कहता दूर जाने न ...
आँखों के मेरे हर आँसू तुम अपने हाथों से पोंछते हो नहीं हो तुम आस पास मेरे फिर भी तेरा आँखों के मेरे हर आँसू तुम अपने हाथों से पोंछते हो नहीं हो तुम आस पास मेरे फिर...
एकांत में जब बैठी रहती तुम्हारी यादों में चूर रहती एकांत में जब बैठी रहती तुम्हारी यादों में चूर रहती
कुछ कसमें हैं, दो दिलों कि कुछ रस्में हैं। कुछ कसमें हैं, दो दिलों कि कुछ रस्में हैं।