मिट्टी की सोंधी सुगंध से सद्भावों की अलख जगाएँ। मिट्टी की सोंधी सुगंध से सद्भावों की अलख जगाएँ।
बनाने में किसी का तन गया, किसी का बचपन गया। बनाने में किसी का तन गया, किसी का बचपन गया।
ध्यान से देखना कभी, वो शायद आगे नहीं पीछे जा रहा है। ध्यान से देखना कभी, वो शायद आगे नहीं पीछे जा रहा है।
कभी काले रंग से खेले, कई चीज़ों से भय लगता है, भले ही हौसला जुटा ले, 'खौफ़' तो रहता है। कभी नारं... कभी काले रंग से खेले, कई चीज़ों से भय लगता है, भले ही हौसला जुटा ले, 'खौफ़' त...
अभी आज जीवन व मृत्यु के बीच झूलते,असमंजस में पड़े राहगीरों को निहारते है कभी पैरो तले रौंदे जाते अभी आज जीवन व मृत्यु के बीच झूलते,असमंजस में पड़े राहगीरों को निहारते है कभी ...
उन घटनाओं से ऊर्जा ले उठ खड़ा हो। दिन में तारों का कोई महत्त्व नहीं अंधेरा है जीवन में तो, तारों ज... उन घटनाओं से ऊर्जा ले उठ खड़ा हो। दिन में तारों का कोई महत्त्व नहीं अंधेरा है ज...