प्रकृति के बारे मे प्रकृति के बारे मे
अभी आज जीवन व मृत्यु के बीच झूलते,असमंजस में पड़े राहगीरों को निहारते है कभी पैरो तले रौंदे जाते अभी आज जीवन व मृत्यु के बीच झूलते,असमंजस में पड़े राहगीरों को निहारते है कभी ...
घर घर अलग जगाएं हम। हर व्यक्ति एक पेड़ लगाए, तो धरती महकाएं हम ।। घर घर अलग जगाएं हम। हर व्यक्ति एक पेड़ लगाए, तो धरती महकाएं हम ।।
सब प्राणी भी तभी रहेंगे मानोगे प्रकृति का कहना । सब प्राणी भी तभी रहेंगे मानोगे प्रकृति का कहना ।