कहानी में जीना,कहानी लिखना ।
Share with friendsगुलाब के फूल हर तरफ महक रहे हैं,बस आंख मूंद कर उन्हें महसूस कीजिये।
Submitted on 14 Feb, 2021 at 02:48 AM
इस डर को दूर करने के लिए मैंने पिता जी का फार्मूला अपनाया
Submitted on 19 Jan, 2021 at 05:13 AM
वो मुश्किल से सोता है और स्वप्न में उसे आवाजें डराने लगती हैं।
Submitted on 10 Jan, 2021 at 15:20 PM
लोग बाग मिसाल देते थे कि जिंदगी में संघर्ष का जज्बा किसी से सीखना हो तो कोई शशि से सीखे ।
Submitted on 05 Jan, 2021 at 02:55 AM
उनकी जेबें अब भी भुने हुए दानों से महक रही थीं।
Submitted on 01 Sep, 2020 at 06:16 AM
"वाह,कितनी सुंदर थाली है,खीर,गोभी की सूखी सब्जी,मटर पनीर और फूली हुई पूरियाँ ।
Submitted on 28 Aug, 2020 at 12:28 PM
बहादुर के चिकन वाली डिश भी उसके मेन्यू में शामिल है और उसकी खूब डिमांड है।
Submitted on 11 May, 2020 at 07:35 AM
अगर उसे किसी रिश्तेदारी में जाना होता तो घर उसके दिमाग से न निकलता।
Submitted on 21 Feb, 2020 at 14:18 PM
बहरहाल मैं भी आपको कहाँ उलझा रहा हूँ। चलिए नयी दुकान पर ही चलते हैं।
Submitted on 23 Nov, 2019 at 04:32 AM
बरगद की छांव गहरी होती गई और पक्षियों का शोर दिन ढलने के साथ बढ़ने लगा।
Submitted on 18 Nov, 2019 at 08:34 AM
पिता जी दोपहर में दादी का लकड़ी वाला सन्दूक आंगन में निकाल कर कपड़े से झाड़ रहे थे । एक तर
Submitted on 13 Nov, 2019 at 12:30 PM
उसे बहुत प्यार करती है और इत्तेफाक देखिये कि उसका नाम भी नन्दिता है।
Submitted on 11 Nov, 2019 at 05:48 AM
शव यात्रा में आये सभी लोगों ने श्मशान की जमीन पर बिखरे पेड़ों के तिनके ढूंढ कर उठा लिए..
Submitted on 10 Nov, 2019 at 16:54 PM
इस कहानी में लड़की का स्कूल में इश्क का मामला दर्शाया गया है
Submitted on 06 Nov, 2019 at 06:22 AM
एक बात और वहां मिनरल वाटर की सुविधा नहीं होगी, किराये के आलोचक भी नहीं होगे।
Submitted on 04 Nov, 2019 at 06:25 AM
ये दो नियामतें ही सबसे ज्यादा जरूरी है, बाकी सब कुछ अपने आप ही मिल जाता है।
Submitted on 11 Oct, 2019 at 06:24 AM
एक रिक्शे वाले की जबानी गरीबों का हाल सुनाता कथाकार, समाज के निचले तबके के लोगों पर एक प्रकाश डालता मिलता है
Submitted on 28 Jun, 2019 at 05:11 AM
यह कथा लेखक के संस्मरण के तौर पर रची गयी है, जहाँ उसने आखिरी बेंच से जुडी अपनी कई सारी कहानी और यादें साझा की है
Submitted on 25 Jun, 2019 at 05:44 AM
बारिश से जुदा एक संस्मरण, कैसे बचपन युवावस्था से लेकर प्रेम और फिर वैवाहिक जीवन तक बारिश एक संगी की तरह साथ रही
Submitted on 19 Jun, 2019 at 13:58 PM
मेरे बच्चों को कॉमिक्स पढ़ता देख मुझे जो सुकून मिला वो अनमोल है।
Submitted on 04 Jun, 2019 at 05:31 AM
"जिंदगी भी कितनी अजीब है, आदमी को कहाँ-कहाँ ले जाती है, तुम सब याद आया करोगे।"
Submitted on 22 May, 2019 at 04:55 AM
"आप तो बस हर बात में अपनी ही फिलासफी झाड़ा करते हो,ठीक है जैसा ठीक लगे करो । प्रेत वगैरह दिखा तो तुम ही संभालना ।" पत...
Submitted on 21 May, 2019 at 02:40 AM
आज तक उसने संपन्न होते हुए भी हर बात में कंजूसी दिखाई है पर आज उसके मन में जीवन के प्रति उदारता और भौतिक वस्तुओ के प्रति...
Submitted on 19 May, 2019 at 15:07 PM
"जी सब डॉक्टर साहब की कृपा है। वरना सरकारी हस्पताल ने तो ऑपरेशन ही गड़बड़ कर दिया था।"
Submitted on 18 May, 2019 at 01:22 AM
लक्ष्य का संधान करते वक्त जैसे अर्जुन को सिर्फ मछ्ली की आँख दिख रही थी और उसके दिमाग में ...
Submitted on 16 May, 2019 at 04:05 AM
आखिरकार सत्ता परिवर्तन का दिन आया। लोकतंत्र के इस नए दौर में लोगों के हाथ अपनी मर्ज़ी के राजा को चुनने का अवसर आया।
Submitted on 14 May, 2019 at 08:25 AM
शायद हम अपने आप को ही बेहतर तरीके से दोहराया करते हैं। बीत चुके से बेहतर, यही जिंदगी है शायद अपडेट करते रहने की निरंतरता...
Submitted on 13 May, 2019 at 11:06 AM
कोई भी काम करो तो मुश्किल के समय अपने आस पास से भी सीखने का प्रयत्न करों
Submitted on 11 May, 2019 at 14:35 PM
खुद का भविष्य अभी तक धरने पर टिका है और बच्चों को फालतू के सपने दिखाते रहते हैं
Submitted on 11 May, 2019 at 04:08 AM
"अच्छा आज फिर स्कूल में क्या हुआ, मैम ने कोई नई कहानी नहीं सुनाई," पिता फिर दूसरी कक्षा...
Submitted on 08 May, 2019 at 08:45 AM
और हाँ अब मेरे कमरे में किसी हिटलर के पोस्टर की कोई जगह नहीं है।
Submitted on 07 Apr, 2019 at 15:04 PM
रात की गहन शांति में हम दोनों अपनी फुर्सत का आनन्द लेते घर की ओर बढ़ जाते हैं।
Submitted on 07 Apr, 2019 at 14:46 PM
होस्टल भेज देने के नाम पर बच्चे के मन में उठने वाले स्वाभाविक प्रश्नों का यर्थाथ चित्रण दिखाती मनोवैज्ञानिक कहानी।
Submitted on 25 Nov, 2018 at 14:31 PM
बच्चे की ईमानदारी और सच्चाई को दर्शाती मोबाइल स्कूल में पहुँच जाने की मार्मिक कहानी।
Submitted on 16 Nov, 2018 at 14:19 PM
वो बचपन आज भी याद आता है ,जब सब मिलकर ख़ुशी खुसी रामलीला का मंचन करते। ज़िन्दगी को ज़िन्दगी की तरह जीते थे। ....
Submitted on 05 Oct, 2018 at 08:43 AM
पतंग और गुरूर की सद्धी को बाँधकर रची गई एक मनोरंजक बालकथा...!
Submitted on 04 Oct, 2018 at 06:34 AM
जबसे पत्नी की मृत्यु हुई उनका मन आशंका से भर गया है। हर बात में सलाह-मशविरा, टोका-टाकी उनके स्वाभाव में शामिल हो गए हैं।
Submitted on 04 Oct, 2018 at 06:26 AM
मानव का अंहकार टूट चूका था | चीकू अपने दोस्तों के बीच हीरो बन चूका था | सब बच्चे खुश थे, साबू, चाचा चौधरी, शक्तिमान, म...
Submitted on 02 Oct, 2018 at 08:19 AM
मै तुमसे प्यार करता हूँ सलोनी ।" गहरी सांस लेते हुए मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया । प्यार के फूल जैसे चारो और बहुत ख...
Submitted on 20 Aug, 2018 at 13:25 PM
“ए बल्ली , खेल पूरा कर के जा | यूं बीच में ही भगौड़ा हो रहा है|” शाम का इतना कहना था कि बल्ली को जाने क्या हो गया उसका ...
Submitted on 20 Aug, 2018 at 02:05 AM
चैन की नींद में ही वो परियों के सपने देख सकता था। उसकी प्यारी परी के सपने जिसमें उसके दोस्त भी शामिल होते थे।
Submitted on 05 Aug, 2018 at 03:47 AM
आज कन्नू का रिजल्ट आने वाला है । सुबह सवेरे तैयार होकर बैठ गया ताकि भीड़ होने से पहले स्कूल जाकर कन्नू की पांचवी कक्षा की...
Submitted on 10 Jul, 2018 at 07:09 AM
रात को सोने से पहले उसने सारे कार्यक्रम की योजना बना ली थी । छोले भिगो दिए थे । हलवे के लिए नारियल, किशमिश साफ़ कर के रख....
Submitted on 10 Jul, 2018 at 07:05 AM
सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा था। लोग-बाग बहक रहे थे। शहर में नए बने पुल की दीवार पर किसी ने लिखा...
Submitted on 10 Jul, 2018 at 06:54 AM
खैर शाम तक सब खूब उपले, लकड़ी लाकर मोहल्ले के बीचो बीच खूब ऊंचा अलाव बना लेते और अँधेरा होते ही सब औरत मर्द अपने घरों में...
Submitted on 15 Feb, 2017 at 09:13 AM
“सेमीनार वाले वक्ता सही कह रहे थे कि हम जिन चीजों के बारे में ज्यादा सोचते है और पॉजिटिव होते है वह लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन काम ...
Submitted on 15 Feb, 2017 at 09:07 AM
बहुत मॉडर्न औरत थी वह। उसने सिखाया अपने शौक बड़े रखो। दिमाग अपने आप पैसा कमाने की तरक़ीबें बताता है।" अविनाश अपनी पत्नी ...
Submitted on 10 Aug, 2016 at 11:52 AM