एक खामोशी, और मैं दोनो अच्छे दोस्त है।
शायद ये मोहब्बत है, देखता हूँ कितने दिन तक याद आओगे, किस्मत में होगा तो फिर मिलेंगे।" शायद ये मोहब्बत है, देखता हूँ कितने दिन तक याद आओगे, किस्मत में होगा तो फिर मिले...
और झगड़े के बाद अगर समझ आ जाये तो…. झगड़े अच्छे है। और झगड़े के बाद अगर समझ आ जाये तो…. झगड़े अच्छे है।
"अब चलो भी घर" शालू ने कहा और दोनो घर की तरफ निकल पड़े। "अब चलो भी घर" शालू ने कहा और दोनो घर की तरफ निकल पड़े।
क्यों मेरे मरने के बाद भी तुम नही संभल पाए। शायद और ज्यादा बिखर गए हो. क्यों मेरे मरने के बाद भी तुम नही संभल पाए। शायद और ज्यादा बिखर गए हो.
अब तो तुम भी मुझसे अलग, अपना अलग संसार बसाओगे अब तो तुम भी मुझसे अलग, अपना अलग संसार बसाओगे
पहले देख तो लूँ कितने पैसे है मेरे पास। पहले देख तो लूँ कितने पैसे है मेरे पास।
और उस कुछ भी की तलाश इस बहुत बड़े मॉल से ही शुरू कर दिया। और उस कुछ भी की तलाश इस बहुत बड़े मॉल से ही शुरू कर दिया।
उसकी छत का मुझे नही पता…. मुझे तो ये भी नही पता वो लड़की बोलती भी है या नही, उसकी छत का मुझे नही पता…. मुझे तो ये भी नही पता वो लड़की बोलती भी है या नही,
मैंने दो तीन अमरूद तोड़े और ताईजी के घर की तरफ निकल पड़ा। मैंने दो तीन अमरूद तोड़े और ताईजी के घर की तरफ निकल पड़ा।
माँ गलत नहीं कहा करती थी उसे। माँ सही कहा करती थी। माँ गलत नहीं कहा करती थी उसे। माँ सही कहा करती थी।