ख़ुशियाँ
ख़ुशियाँ
ऐ खुदा कर ख़ुशियों की बारिश
आपसे बस यही है गुज़ारिश
खाली न जाए कोई सिफ़ारिश
ज़िंदगी न लगे किसी को साज़िश
आये हर लम्हा बन कर नूर
करना इनायत इतनी ज़रूर
न हो मन में कोई गरूर
तोड़ देना मेरा मगरूर
यहीं माँगूँ करके मैं सजदा
आप सा नहीं कोई रहमजदा
न ग़म का किसी पर साया हो
आपकी ही सब पर छाया हो