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ओह !मैंने सोचा आप मुझे इस तरह देख रहे हैं,जैसे जानते हों। ओह !मैंने सोचा आप मुझे इस तरह देख रहे हैं,जैसे जानते हों।
मधु की जिंदगी में ऐसे बहुत से पल आए हैं, मधु की जिंदगी में ऐसे बहुत से पल आए हैं,
दो -तीन साल बाद , इसके लिए भी लड़का देखना होगा। दो -तीन साल बाद , इसके लिए भी लड़का देखना होगा।
क्यों पसंद है ?उसमें ऐसी क्या विशेषता है ? मैडम ने फिर से प्रश्न किया। क्यों पसंद है ?उसमें ऐसी क्या विशेषता है ? मैडम ने फिर से प्रश्न किया।
अपनी माता-पिता की बातों पर विश्वास नहीं हुआ किंतु जब भी उसे याद करते तो कहते -कितनी प्य अपनी माता-पिता की बातों पर विश्वास नहीं हुआ किंतु जब भी उसे याद करते तो कहते -कि...
लोभ रमन को भी था ,पिता की सम्पत्ति बनी रहे ,परिवार एकजुट रहे। लोभ रमन को भी था ,पिता की सम्पत्ति बनी रहे ,परिवार एकजुट रहे।
तभी मनु का भतीजा आकर उसके पास बैठकर, रोने लगा। तभी मनु का भतीजा आकर उसके पास बैठकर, रोने लगा।
आजकल यही चलन में है, सलोनी चाय छानते हुए बोली आजकल यही चलन में है, सलोनी चाय छानते हुए बोली
दस दिनों के पश्चात ,नितिन का साक्षात्कार हुआ और वो चुन लिया गया। दस दिनों के पश्चात ,नितिन का साक्षात्कार हुआ और वो चुन लिया गया।
एक ऐसा अनुभव दे गई थी, जिसे वह कभी नहीं भूल पाएगी। एक ऐसा अनुभव दे गई थी, जिसे वह कभी नहीं भूल पाएगी।