तूने छुआ जो रूह आ गई तो मुझे खुद से भी प्यार है। तूने छुआ जो रूह आ गई तो मुझे खुद से भी प्यार है।
अर्थी को भी कांधा देती है बेटियाँ। अर्थी को भी कांधा देती है बेटियाँ।
खुशमिजाजी औ सुखन भी महफिलों की चाहिए। खुशमिजाजी औ सुखन भी महफिलों की चाहिए।
तुम्हें अपना समझ कर ही हुआ था तुम पर फिदा। तुम्हें अपना समझ कर ही हुआ था तुम पर फिदा।
समय था बचपन का, बच्चों की मस्ती भरी टोली का। समय था बचपन का, बच्चों की मस्ती भरी टोली का।