और मैं लापता हूँ कब से तुम्हारे उन्हीं ख्यालात में। और मैं लापता हूँ कब से तुम्हारे उन्हीं ख्यालात में।
झूम के नाचती बल खाती हवा सी आती है, और अपने घरोंदे को साथ ले जाती है| झूम के नाचती बल खाती हवा सी आती है, और अपने घरोंदे को साथ ले जाती है|
अर्थी को भी कांधा देती है बेटियाँ। अर्थी को भी कांधा देती है बेटियाँ।
दिल के नाम पर है यह मुलायम मुलायम यह तकिए दिल के नाम पर है यह मुलायम मुलायम यह तकिए
वो लम्हे जिंदगी के जो बीते थे तेरी पनाहों में । वो लम्हे जिंदगी के जो बीते थे तेरी पनाहों में ।
सज़ा ए सुख की हकदार को दमन कर दासी बनाए जाते हो, सज़ा ए सुख की हकदार को दमन कर दासी बनाए जाते हो,