क़िस्मत में जो लिखा है वो करती जा रही है क़िस्मत में जो लिखा है वो करती जा रही है
याद आती है सनम वो जिंदगी बहुत याद आती है ! याद आती है सनम वो जिंदगी बहुत याद आती है !
लौकिकता की सीमा से परे अलौकिक है यह एहसास तुम्हारा। लौकिकता की सीमा से परे अलौकिक है यह एहसास तुम्हारा।
प्रेम का क्षण में धनी बना देता दिलों की बढ़ी दूरी मिटा देता प्रेम का क्षण में धनी बना देता दिलों की बढ़ी दूरी मिटा देता
यादों में भीगा करती है पलकें अश्कों से इश्क की दास्ताँ झलके यादों में भीगा करती है पलकें अश्कों से इश्क की दास्ताँ झलके
एक कदम वो बढ़े थे, तो एक कदम हम बढ़े थे वो करीब मेरे आये, तो उनके करीब हम गये थे एक कदम वो बढ़े थे, तो एक कदम हम बढ़े थे वो करीब मेरे आये, तो उनके करीब हम गये...