डॉ अशोक गोयल " अशोक " डॉ अशोक गोयल " अशोक "
यह दुनिया मेला है लोगों का रेला है रिश्तों का झमेला है फिर भी यह दुनिया मेला है लोगों का रेला है रिश्तों का झमेला है फिर भी
जब बात करने का मन हो तो रिश्ते बनते हैं। जब बात करने का मन हो तो रिश्ते बनते हैं।
लोग पढेंगे ओर समझेंगे कुछ ज्ञान के वास्ते सही मिसाल मिलेगी जब बदलते रहेंगे रिश्ते। लोग पढेंगे ओर समझेंगे कुछ ज्ञान के वास्ते सही मिसाल मिलेगी जब बदलते रहेंगे रिश्त...
जीवन में पैसे बढ़ते महत्व को दर्शाती एक कविता... जीवन में पैसे बढ़ते महत्व को दर्शाती एक कविता...
वक़्त चलता गया और एक वक़्त आया कली ब्याहता बन गयी तुम रुको झूमो नाचो नहीं शांत रहो चु... वक़्त चलता गया और एक वक़्त आया कली ब्याहता बन गयी तुम रुको झूमो नाचो...